मेघ आए टेस्ट पेपर 01
सीबीएसई कक्षा 9 हिंदी ए
प्रश्न
Question No. 1 to 5 are based on the given text. Read the text carefully and answer the questions:
मेघ आए बड़े बन-ठन के सँवर के।
आगे-आगे नाचती-गाती बयार चली,
दरवाज़े-खिड़कियाँ खुलने लगीं गली-गली,
पाहुन ज्यों आए हों गाँव में शहर के।
मेघ आए बड़े बन-ठन के सँवर के।
- काव्यांश में मेघ के आने का चित्रण किस रूप में किया गया है?
- ग्रामीण स्त्रियों के रूप में
- गाँव के मेहमान के रूप में
- चंचल हवाओं के रूप में
- बूड़े पीपल के पेड़ों के रूप में
- मेघ रूपी मेहमान के आने की सूचना गाँव वालों को किससे मिल रही है?
- हवा चलने से
- नदियों में पानी बढ़े से
- पेड़ों के झुकने से
- नदी किनारे लगे पेड़ों से
- काव्यांश के आधार पर बताइए कि दरवाजे व खिड़कियाँ मेघ के आने से क्यों खुलने लगी थीं?
- मेघ रूपी मेहमान को देखने के लिए
- हवाओं के तीव्र गीत से चलने के कारण
- धूल रूपी ग्रामीण स्त्रियों को देखने के लिए
- बूड़े पीपल के स्वागत के लिए
- मेघ रूपी मेहमान का स्वागत पीपल का पेड़ किस प्रकार करता है?
- अपनी डालियों को नीचे झुकाकर
- गाँव की स्त्रियों की तरह
- अपनी डालियों को ऊपर उठाकर
- गाँव के बुजुर्ग व्यक्ति की तरह
- ‘आगे-आगे नाचती-गाती बयार चली’ पंक्ति में बयार शब्द का तात्पर्य है
- पेड़ों के हिलने से
- लताओं से फूल खिलने से
- धूल चलने से
- हवा चलने से
- ‘हरसाया ताल लाया पानी परात भर के’ पंक्ति में ‘ताल’ शब्द को किसका प्रतीक बताया गया है ?
- गाँव की स्त्रियाँ
- घर का सबसे बड़ा सदस्य
- घर का सबसे छोटा सदस्य
- गाँव के पुरुष
- मेघ आए कविता में किस अलंकार का सर्वाधिक प्रयोग हुआ है?
- रूपक
- उत्पेक्षा
- उपमा
- मानवीकरण
- मेघ आए काव्य के संदर्भ में ‘गरदन उचकाए’ कौन देखने लगे थे?
- वृद्ध आदमी
- पेड़
- औरतें
- लड़के
- मेघ आए काव्य के संदर्भ में नदी किसका प्रतीक है?
- वर्षा का
- गाँव की युवती का
- प्रेयसी का
- बहती धारा का
- मेघ आए काव्य के संदर्भ में पेड़ किसके कारण झुक गए हैं?
- फलों के कारण
- इनमें से कोई नहीं
- लंबे होने के कारण
- हवा के कारण
- इस कविता में मेहमान को किसका प्रतीक बताया गया है?
- आजकल गाँव में मेहमान के आने का वैसा उल्लास क्यों नहीं रहता है जैसा कविता में है?
- भाव स्पष्ट कीजिए- ‘क्षमा करो, गाँठ खुल गई अब भरम की’
- मेघों के आने पर गाँव में क्या-क्या परिवर्तन हुए?
- ‘मेघ आए’ कविता के आधार पर ताल और मेघ के मिलन का वर्णन कीजिए।
समाधान
- (b) गाँव के मेहमान के रूप में
- (a) हवा चलने से
- (a) मेघ रूपी मेहमान को देखने के लिए
- (d) गाँव के बुजुर्ग व्यक्ति की तरह
- (d) हवा चलने से
- (c) घर का सबसे छोटा सदस्य
- (d) मानवीकरण
- (b) पेड़
- (b) गाँव की युवती का
- (d) हवा के कारण
- इस कविता में मेघों को मेहमान अर्थात दामाद के रूप में बताया गया है, जो बहुत दिनों बाद अपने ससुराल में सज-धजकर आया है।
- आजकल गाँव में मेहमान के आने पर वैसा उल्लास इसलिए नहीं रहता है, क्योंकि अब संचार के साधन विकसित हो गए हैं। मेहमान के आने से पहले ही उसकी सूचना फोन आदि के माध्यम से मिल जाती है। अब उसके आने का साल भर इंतज़ार नहीं करना पड़ता है। बार-बार आने वाले मेहमान के स्वागत में अब उतना उल्लास नहीं रह जाता है।
- **भाव-सौंदर्य:** लता रूपी नायिका मेघ रूपी मेहमान से क्षमा माँगते हुए कहने लगी-मुझे माफ करना क्योंकि एक साल तक तुम्हारे न आने को मेरे मन में भ्रम बन गया था। **अन्य भाव:** वर्षा होने से व्याकुल ग्रामवासियों के मन का यह भ्रम मिट गया कि इस साल मेघ नहीं बरसेंगे।
- गाँव में मेघ रूपी शहरी मेहमान के आने से उल्लास-सा छा गया। बादलों के आने की सूचना देती शीतल बयार चलने लगी। आँधी के आने से गलियों में धूल उड़ने लगी, मानो कोई लड़की घाघरा उठाए भाग रही हो। पेड़ तेज़ हवा में झूमने लगे। बूढ़े पेड़ की डालियाँ झुकने लगीं जैसे मेघ रूपी मेहमान का स्वागत कर रही हों। लताएँ पेड़ों की ओट में छिपने लगीं मानो लता रूपी नवविवाहिता दरवाज़े की ओर छिपकर मेहमान को देख रही हो। घर का कोई सदस्य (तालाब) थाल में पानी भर लाया। बिजली चमकने लगी तथा पूरा गाँव खुशी में डूब गया।
- मेघ का आगमन सुनकर तालाब बहुत हर्षित हुआ। वह खुशी-खुशी परात में पानी भर लाया ताकि मेहमान के पैर धोए जा सकें। तालाब परात में जल लेकर मेहमान के सामने आ गया।