बच्चे काम पर जा रहे हैं – Notes

बच्चे काम पर जा रहे हैं

Notes, Summary, and Study Material

📑 Table of Contents

✍️ About the Author

राजेश जोशी (1946 – ) मध्य प्रदेश के नरसिंहगढ़ जिले में जन्मे। कवि, लेखक और पत्रकार। उन्होंने कविताओं के अलावा कहानियाँ, नाटक, लेख और टिप्पणियाँ भी लिखीं। उनके प्रमुख काव्य-संग्रह हैं: ‘एक दिन बोलेंगे पेड़’, ‘मिट्टी का चेहरा’, ‘नेपथ्य में हँसी’ और ‘दो पंक्तियों के बीच’। उन्हें साहित्य अकादेमी पुरस्कार सहित कई सम्मान प्राप्त हुए। उनके काव्य में जीवन की सामाजिक-आर्थिक विडंबनाएँ और बच्चों के अधिकारों की चिंता प्रमुख हैं।

📖 Poem Text

कोहरे से ढकी सड़क पर बच्चे काम पर जा रहे हैं
सुबह सुबह
बच्चे काम पर जा रहे हैं।
हमारे समय की सबसे भयानक पंक्ति है यह।
भयानक है इसे विवरण की तरह लिखा जाना, लिखा जाना चाहिए इसे सवाल की तरह:
काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे?

क्या अंतरिक्ष में गिर गई हैं सारी गेंदें?
क्या दीमकों ने खा लिया है सारी रंग-बिरंगी किताबों को?
क्या काले पहाड़ के नीचे दब गए हैं सारे खिलौने?
क्या किसी भूकंप में ढह गई हैं सारे मदरसों की इमारतें?
क्या सारे मैदान, सारे बगीचे और घरों के आँगन खत्म हो गए हैं एकाएक?

तो फिर बचा ही क्या है इस दुनिया में?
कितना भयानक होता अगर ऐसा होता।
भयानक है लेकिन इससे भी ज्यादा यह कि हैं सारी चीजें हस्बमामूल।
पर दुनिया की हज़ारों सड़कों से गुजरते हुए बच्चे, बहुत छोटे-छोटे बच्चे काम पर जा रहे हैं।

📌 Summary & Theme

कवि बच्चों से बचपन छीन लिए जाने की पीड़ा को व्यक्त करता है। बच्चों को खेल और शिक्षा से वंचित रहना उनके अधिकारों का उल्लंघन है। कविता में समाज की संवेदनहीनता, गरीबी और बाल श्रम की समस्या उजागर की गई है।

मुख्य विषय:

  • बाल श्रम और बच्चों के अधिकार
  • सामाजिक असमानता और गरीबी
  • समाज में संवेदनहीनता और उदासीनता
  • बचपन और शिक्षा का महत्व

❓ Important Question-Answers

Q1. कविता में बच्चों को काम पर क्यों भेजने की पीड़ा व्यक्त की गई है?
👉 क्योंकि यह उनका बचपन छीनता है और समाज में असमानता और गरीबी को उजागर करता है।

Q2. कवि के अनुसार इसे विवरण की तरह न लिखकर सवाल की तरह क्यों पूछना चाहिए?
👉 प्रश्न पूछने से समाज की चेतना जागृत होती है और लोग गंभीर समस्या पर सोचते हैं।

Q3. बच्चों को खेल और शिक्षा से वंचित रहने के क्या कारण हैं?
👉 गरीबी, परिवार की आर्थिक स्थिति, बाल श्रम की सामाजिक स्वीकार्यता और कानूनों का पालन न होना।

Q4. कवि ने बच्चों की पीड़ा को किस तरीके से चित्रित किया है?
👉 सुबह का समय, कोहरे से ढकी सड़क, छोटे बच्चे भारी मन से काम पर जाते हैं। उनका बचपन छीन लिया गया है।

Q5. बाल श्रम के सामाजिक प्रभाव पर कविता का क्या संदेश है?
👉 बाल श्रम बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को रोकता है और समाज के भविष्य को खतरे में डालता है।

📝 Word-Meaning & Language Study

  • कोहरा: धुँध
  • मदरसा: विद्यालय
  • हस्बमामूल: यथावत्
  • संस्मरण और प्रश्न पूछना: समाज की संवेदनशीलता बढ़ाता है

✨ Quick Revision Points

  • Author: राजेश जोशी
  • Theme: बाल श्रम, बचपन की हानि, सामाजिक असमानता
  • Poem Message: बच्चों के अधिकारों का संरक्षण और समाज की जागरूकता
  • Important Line: ‘काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे?’
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